Nitish Kumar:- नितीश सरकार के ऐसे वादे जो बिहार के नागरिको को मिलेगा लाभ

  नितीश सरकार के ऐसे वादे जो बिहार के नागरिको को मिलेगा लाभ 



यहाँ नीतीश कुमार के बारे में एक संक्षिप्त परिचय (Hindi में) दिया गया है — जन्म, उनकी राजनीतिक यात्रा, और कैसे वे सत्ता में आए:


नीतीश कुमार का परिचय

1. जन्म और पृष्ठभूमि

  • नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च, 1951 को बिहार के पटना जिले के बख्तियारपुर में हुआ था। 

  • उनके पिता राम लखन सिंह स्वतंत्रता सेनानी और आयुर्वेदिक वैद्य थे, और माता का नाम परमेश्वरी देवी था। 

  • बचपन में उन्हें “मुन्ना” कहा जाता था। 

2. शिक्षा और आरंभिक जीवन

  • उन्होंने पटना कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग (अब NIT पटना) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली। 

  • इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उन्होंने बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में काम किया, लेकिन बाद में राजनीति में पूरे समय आने का फैसला किया। 

3. राजनीति में प्रवेश

  • नीतीश कुमार ने अपना राजनीतिक सफर जे.पी. नारायण के नेतृत्व वाले जेपी आंदोलन के दौरान शुरू किया।

  • 1985 में वह पहली बार बिहार विधानसभा के विधायक बने।

  • बाद में उन्होंने समता पार्टी बनाई, और बाद में उनका नेतृत्व जनता दल (संयुक्त) / JDU में हो गया। 


4. मुख्यमंत्री बनने का सफर

  • पहली बार नीतीश कुमार मार्च 2000 में बिहार के मुख्यमंत्री बने, लेकिन उनका यह पहला कार्यकाल कुछ ही दिनों (लगभग 7 दिन) का रहा। 

  • फिर 24 नवंबर, 2005 को वे फिर से मुख्यमंत्री बने और उन्होंने लंबे समय तक लगातार सरकार चलाई। 

  • उसके बाद उन्होंने कई सरकारें बनाई और गठबंधन बदले — उन्होंने कई बार BJP के साथ और कई बार अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई। 

  • उनकी राजनीतिक सूझबूझ और लचीलापन की वजह से वे बिहार में बहुत लंबे समय तक प्रभावशाली नेता बने रहे। 

5. प्रमुख विशेषताएं और उपलब्धियाँ

  • उन्हें “सुशासन बाबू” के नाम से जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने बिहार में कानून-व्यवस्था, शिक्षा, बुनियादी ढांचे आदि में सुधार करने की कोशिश की। 

  • उनका राजनीतिक करियर बहुत टिकाऊ रहा है — वे बिहार के एक सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री हैं। 


नितीश कुमार के 2025-2029 के वादे जो होगा पूरा 


नीतीश कुमार के प्रमुख वादे और उनकी स्थिति

  1. 1 करोड़ युवाओं को नौकरी देना

    • उन्होंने वादा किया है कि अगले 5 सालों में एक करोड़ (1 करोड़) युवाओं को नौकरी (सरकारी + निजी) दिए जाएंगे। 

    • इसके लिए एक “उच्च स्तर की समिति” बनाई जाएगी और स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जाएगा, जैसे कि जननायक करपूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना। 

    • यह अभी एक वादा है — लागू करना अभी चल रहा है।

  2. बिजली उपभोग के लिए 125 यूनिट मुफ्त देना

    • उन्होंने कहा है कि घरेलू उपयोग में हर घर को महीने में 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी।

    • यह योजना वेलफेयर स्कीम का हिस्सा है ताकि लोगों की बिजली का खर्च कम हो सके।

    • कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यह वादा पहले ही लागू किया जाना शुरू हुआ है। 

  3. पेंशन बढ़ाना

    • वृद्धों, विधवाओं, दिव्यांगों जैसी कमजोर वर्गों के लिए पेंशन बढ़ाने का वादा किया गया है। खासकर, सोशल सिक्योरिटी पेंशन में बढ़ोतरी की गई है (रिपोर्ट के मुताबिक ₹1100 प्रति माह तक)। 

  4. महिलाओं के लिए स्वरोजगार

    • मुख्य मंत्री महिला रोजगार योजना के तहत, हर परिवार की एक महिला को शुरुआत में ₹10,000 दिए जाएंगे ताकि वह स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सके।

    • इसके बाद व्यवसाय के विकास के आधार पर अतिरिक्त सहायता (जैसे ₹2 लाख) भी दी जाएगी। 

  5. बेरोजगार युवाओं को भत्ता (अनइम्प्लॉयमेंट अलाउन्स)

    • उन्होंने वादा किया है कि 12वीं पास या ग्रेजुएट जो बेरोजगार हैं, उन्हें लगभग ₹1,000 प्रति माह का बेरोजगारी भत्ता मिलेगा (कुछ रिपोर्ट्स में यह दो साल तक के लिए कहा गया है)।

    • यह स्कीम “Saat Nischay” (सात निश्चय) कार्यक्रम के हिस्से के रूप में है, जिसमें स्किल-डेवलपमेंट को भी जोड़ा गया है।

  6. ASHA, ममता कार्यकर्ताओं को बढ़ी हुई गए इनसेंटिव

    • ASHA वर्कर्स (स्वास्थ्य कार्यकर्ता) और Mamta वर्कर्स के वेतन / इनसेंटिव बढ़ाने का वादा किया गया है।

    • रिपोर्ट में कहा गया है कि ASHA वर्कर्स को पहले ₹1,000 था, अब ₹3,000 प्रति माह का इनसेंटिव मिलेगा।

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